मुुुुठ्ठी में रेत की भांति फिसलते जा रहें हैं, लगता है हम बदल रहें हैं। मुुुुठ्ठी में रेत की भांति फिसलते जा रहें हैं, लगता है हम बदल रहें हैं।
शिक्षक जिंदगी की महत्वपूर्ण कड़ी है, जिनके बिना जीवन का पहिया चलना असंभव है। शिक्षक जिंदगी की महत्वपूर्ण कड़ी है, जिनके बिना जीवन का पहिया चलना असंभव है।
भाईचारा है हमारा उद्येश्य चाहे अलग - अलग हो हमारे भेष। भाईचारा है हमारा उद्येश्य चाहे अलग - अलग हो हमारे भेष।
मानव को मान दे जहां नया बनाऐंगे, बहस जारी है, बहस जारी है।। मानव को मान दे जहां नया बनाऐंगे, बहस जारी है, बहस जारी है।।
नाम रोशन करने का श्रम हमारा होता है , उसके पीछे के कर्म उनके होते है। नाम रोशन करने का श्रम हमारा होता है , उसके पीछे के कर्म उनके होते है।
अपनी बस्ती भर रही है उनसे जिनकी दौलत से बस यारी। अपनी बस्ती भर रही है उनसे जिनकी दौलत से बस यारी।